The 5-Second Trick For Shodashi
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हरिप्रियानुजां वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥७॥
षट्कोणान्तःस्थितां वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥६॥
चक्रेश्या पुर-सुन्दरीति जगति प्रख्यातयासङ्गतं
हर्त्री स्वेनैव धाम्ना पुनरपि विलये कालरूपं दधाना
When Lord Shiva read with regards to the demise of his wife, he couldn’t Handle his anger, and he beheaded Sati’s father. Nevertheless, when his anger was assuaged, he revived Daksha’s life and bestowed him by using a goat’s head.
It truly is an encounter of the universe in the unity of consciousness. Even inside our regular condition of consciousness, Tripurasundari could be the beauty that we see in the world all over us. No matter what we perceive externally as gorgeous resonates deep in.
हस्ताग्रैः शङ्खचक्राद्यखिलजनपरित्राणदक्षायुधानां
॥ अथ श्री त्रिपुरसुन्दरीवेदसारस्तवः ॥
॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी पञ्चरत्न स्तोत्रं ॥
लक्ष्या या चक्रराजे नवपुरलसिते योगिनीवृन्दगुप्ते
अकचादिटतोन्नद्धपयशाक्षरवर्गिणीम् ।
Her job transcends the mere granting of worldly pleasures and extends on the purification of the soul, bringing about spiritual enlightenment.
इसके अलावा त्रिपुरसुंदरी देवी अपने नाना रूपों में भारत के विभिन्न प्रान्तों में पूजी जाती हैं। वाराणसी में राज-राजेश्वरी मंदिर विद्यमान हैं, जहाँ देवी राज राजेश्वरी(तीनों लोकों की रानी) के रूप में पूजी जाती हैं। कामाक्षी स्वरूप में देवी तमिलनाडु के कांचीपुरम में पूजी जाती हैं। मीनाक्षी more info स्वरूप में देवी का विशाल भव्य मंदिर तमिलनाडु के मदुरै में हैं। बंगाल के हुगली जिले में बाँसबेरिया नामक स्थान में देवी हंशेश्वरी षोडशी (षोडशी महाविद्या) नाम से पूजित हैं।
सर्वभूतमनोरम्यां सर्वभूतेषु संस्थिताम् ।